शिवराज धरने पर बैठे, सीएम आवास जाने से रोकने पर बैरीकेड्स पर चढ़े

यहां मनुआभान की टेकरी इलाके में 12 साल की बच्ची की सामूहिक दुष्कर्म के बाद हत्या मामले में 8 महीने बाद भी पुलिस को डीएनए रिपोर्ट नहीं मिली। परिवार न्याय की आस में मुख्यमंत्री से लेकर प्रधानमंत्री तक गुहार लगा चुका है। लेकिन, जांच की गति इतनी धामी है कि मामले में एक-एक महीने में सुनवाई की जा रही है। फास्ट ट्रैक कोर्ट की वजाय केस को सामान्य कोर्ट में चलाया जा रहा है। सोमवार को पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पीड़ित परिवार के साथ रोशनपुरा चौराहे पर धरना दिया और पीड़ित परिवार की मुख्यमंत्री से मुलाकात करवाई। 30 अप्रैल 2018 को मनुआभान की टेकरी में 12 साल की बच्ची की सामूहिक दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी गई थी।


सोमवार को धरने के दौरान बच्ची की मां की बातें सुनकर लोगों की आंखें भर आईं। मंच पर बैठे नेता भी आंसू पौंछते नजर आए। रोते हुए बच्ची की मां ने कहा - "जहां घटना को अंजाम दिया गया, वह स्थान सुनसान नहीं है। वहां हमेशा लोगों का तांता लगा रहता है। हम बेटी को न्याय दिलाने के लिए आठ महीने से चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन हमें टरकाया जा रहा है। पुलिस वाले कभी कहते हैं, सागर से आएगी। फिर कहते हैं हैदराबाद से आनी है। कभी कहते हैं दिल्ली से नहीं आई। इतना कहते ही बच्ची का मां फूटफूटकर रोने लगी। उन्हें  मौजूद कुछ महिलाओं ने चुप कराया। बच्ची की मां को रोता देख लोगों की आंखें भर आईं। बच्ची की मां ने कहा - आठ महीने से न्याय के लिए भटक रही हूं, अधिकारी मुझे टरका रहे हैं। मेरी बच्ची से सामूहिक बालात्कार हुआ, फिर उसकी पत्थरों से कुचलकर हत्या कर दी गई। लाश छुपाने के लिए उसे बड़े-बड़े पत्थरों से ढक दिया गया। आखिर मुझे कब न्याय मिलेगा। "


पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि बेटी को अब तक न्याय नहीं मिला। उसकी मां न्याय पाने के लिए दर-दर भटक रही है। अब तक अपराधियों की डीएनए रिपोर्ट भी नहीं आई। इसके बाद चौहान जुलूस के साथ मुख्यमंत्री निवास की तरफ गए। रास्ते में उन्हें रोक दिया गया। फिर चार भाजपा नेताओं और पीड़ित बच्ची की मां के साथ वे मुख्यमंत्री कमलनाथ से मिलने सीएम हाउस पहुंचे। यहां उन्हें ज्ञापन देकर केस से अवगत कराया गया। 


पिता का दर्द- डीएनए रिपोर्ट के लिए गुमराह कर रहे हैं अफसर
पिता ने बताया कि पुलिस अफसर पिछले आठ महीने से यह नहीं बता रहे हैं कि डीएनए सैंपल किस लैब भेजे गए हैं। कोहेफिजा थाना प्रभारी ने बताया था कि डीएनए सैंपल सागर भेजे गए हैं। बाद में उन्होंने बताया कि सागर में सैंपल नहीं हो सका, इसलिए उसे हैदराबाद भेजा है। अब वह कहते हैं दिल्ली भेजा गया है। पिता ने सवाल किया है कि पुलिस मुझसे झूठ क्यों बोल रही है। उन्हें सच बताने में क्या दिक्कत है। चालान में पुलिस ने रिपोर्ट प्रस्तुत की है कि डीएनए में मिक्सिंग है। इसका मतलब आरोपी दो से अधिक हैं। फिर अन्य आरोपी कौन हैं, इसका पुलिस कब पता करेगी।