इंदौर एडीजी वरुण कपूर को हटाया, कानस्कर को प्रभार

जीतू सोनी केस के बीच राज्य सरकार ने रविवार के दिन इंदौर जोन के एडीजी व आईजी वरुण कपूर को हटा दिया है। उनकी जगह 1989 बैच के आईपीएस अफसर एडीजी सायबर क्राइम मिलिंद कानस्कर को इंदौर जोन के नए एडीजी पद का अतिरिक्त जिम्मा सौंपा है। उच्च स्तर से मिले निर्देशों के बाद आनन-फानन में गृह विभाग के उप सचिव डाॅ. आरआर भोंसले मंत्रालय पहुंचे। 



आदेश तैयार करने के बाद अधीनस्थ अधिकारी को गृह विभाग के प्रमुख सचिव एसएन मिश्रा के निवास पर भेजा। इसके बाद एडीजी वरुण कपूर को हटाए जाने के आदेश जारी कर दिए गए, उनकी पोस्टिंग पीएचक्यू में की गई है। तेजी से हुई इस कवायद के पीछे जीतू सोनी पर कार्रवाई में बरती गई ढिलाई को कारण माना जा रहा है, क्योंकि मुख्यमंत्री कमलनाथ और मुख्य सचिव एसआर मोहंती ने इस केस की कमान अपने हाथ में रखी और एडीजी इंटेलीजेंस एसडब्ल्यू नकवी को फ्रंट में किया। वर्ष 1991 बैच के आईपीएस अधिकारी कपूर को एडीजी पुलिस मुख्यालय बनाया गया है। 



मंत्री पीसी शर्मा बोले - जीतू सोनी पर हो रही कार्रवाई से बौखला गए हैं शिवराज जीतू पर कार्रवाई से पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बौखला गए हैं। इसलिए वे अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं। सोनी के पूर्व मुख्यमंत्री से संबंध भी रहे हैं। शिवराज 12 साल मुख्यमंत्री रहे। उन्हें पद की गरिमा के अनुरूप ही बयान देना चाहिए।


शिवराज ने ये कहा था
एक दिन पहले शिवराज ने सागर में आयोजित सभा में मुख्यमंत्री कमलनाथ को लेकर बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि 'जब हम इंदिरा से डरे नहीं तो कमलनाथ तुम किस खेत की मूली हैं।